सहारनपुर। सहारनपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आईआईटी रुड़की के शोध छात्रों और प्रोफेसरों का भी सहयोग लिया जायेगा। इस संबंध में रुड़की यूनिवर्सिटी के साथ नगर निगम सहारनपुर एक एमओयू साईन कर रहा है। यह जानकारी नगर निगम सहारनपुर के नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने रुड़की यूनिवर्सिटी में 'फ्यूचर स्मार्ट सिटी' पर आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस से लौटकर दी। इस कांफ्रेंस में देश के 18 राज्यों तथा सात अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। नगर निगम के सहयोग से रुड़की यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित कांफ्रेंस को तीसरे दिन नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने मुख्य अतिथि के रुप में संबोधित करते हुए कहा कि आज भारत सामरिक,आर्थिक व आईटी की एक बड़ी शक्ति के रुप में उभर रहा है, आज जरुरत इस बात की है।
हमारे नागरिकों का जीवन स्तर भी और बेहतर हो तथा हमारे शहर स्मार्ट बनें। उन्होंने सहारनपुर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए देश-विदेश के विद्वानों से आह्वान किया कि वे सहारनपुर आएं और सहारनपुर को कैसे स्मार्ट बनाया जा सकता है, इसमें सहयोग करें। उन्होंने बताया कि रुड़की यूनिवर्सिटी सहारनपुर को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग करेगा। रुड़की यूनिवर्सिटी के शोध छात्र और प्रोफेसर सहारनपुर आकर शोध करेंगे और सहारनपुर को स्मार्ट बनाने संबंधी परियोजनाओं के लिए सुझाव देंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए रुड़की यूनिवर्सिटी के साथ एक एमओयू भी साइन किया जा रहा है।
नगरायुक्त ने उक्त सेमीनार में नगर निगम की ओर से बाहर से आये अतिथियों को उपहार भेंट किए। उन्होंने बताया कि सेमीनार में विभिन्न शहरों के अध्ययन को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुयी। कांफ्रेंस को पूर्व आईएएस देवासहायम्,एसपीए के अध्यक्ष प्रो.अमोघ के. गुप्ता,ब्रिटेन के प्रो. अनिल कश्यप, डॉ. कीर्तिशाह चेयरमैन एंड चीफ आर्किटेक्ट अहमदाबाद, हुडको के डारेक्टर प्लानिंग एम, नागराज, एसपीए दिल्ली के डारेक्टर डॉ. पी एस एन राव, इस्पर के सक्रेट्री जनरल के सुरजीत सिंह,सिंगापुर के डॉ. दीपक एल वाईकर,कनाडा के डॉ.संदीप अग्रवाल, साउथ अफ्रीका के जरमी गिबर्ड, इजिप्ट के प्रो.एम आला मंडूर, डॉ. अश्वनी लूथरा अमृतसर सहित बड़ी संख्या में विद्वानों ने संबोधित किया। रिपोर्ट आरिफ अंसारी