सहारनपुर। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि पर आज वार्ड 27 के पार्षद कार्तिक चौहान एवं नगर के अन्य गणमान्य लोगों ने नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह को नगर निगम में महाराणा प्रताप का चित्र भंेट किया और महाराणा प्रताप के कर्म पर अडिग रहने के कथन को व्यवहारिक जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने महाराणा प्रताप का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप एक वीर और महान योद्धा तो थे ही, वह एक कर्मयोगी और महान विचारक भी थे। महाराणा प्रताप ने अपने जीवन में युद्ध के दौरान जो संत्रास झेला और व्यवहारिक जीवन में जो जिया उस अनुभव के आधार पर उन्होंने अनेक जीवन सूत्र निर्धारित किये थे। इनका अनुसरण कर न केवल व्यक्ति अपना जीवन श्रेष्ठ बना सकता है बल्कि राष्ट्र को शक्तिशाली बनाने में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
नगरायुक्त ने कहा कि महाराणा प्रताप का कथन था कि ‘मनुष्य का गौरव और आत्मसम्मान उसकी सबसे बड़ी कमाई होती है अतः सदैव इनकी रक्षा करनी चाहिए।’ और ये गौरव और आत्मसम्मान मनुष्य तभी प्राप्त कर सकता है जब वह कर्मयोगी और अपने निश्चय पर दृढ़ रहने की शक्ति रखता हो। नगरायुक्त ने कहा कि हम उनके आदर्शों और सिद्धांतों को अपने व्यवहारिक जीवन में अपनाते हुए समाज सेवा करें, तभी महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि मनाने का औचित्य होगा।इस अवसर पर पार्षद कार्तिक चौहान के अतिरिक्त विजय बहादुर सिंह, विवेक राणा, अनिल त्यागी, नवदीप राणा, सूर्य राणा व अर्जुन चौहान सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।