सहारनपुर। दिव्यांग आईएएस इरा सिंघल ने लोगों से आह्वान किया है कि वे अपनी बेटियों को आगे बढ़ने का अवसर दें, यदि वे अवसर नहीं देंगे तो समाज भी अवसर नहीं देगा। साथ ही उन्होंने युवतियों से कहा कि वे अपनी क्षमताओं को पहचाने और स्वयं आगे बढ़ने का रास्ता बनाएं, कोई दूसरा उन्हें नहीं बता सकता कि वे कितनी सक्षम हैं। वे कमजोर नहीं है, सशक्त हैं। उन्हें अपनी यह ताकत पहचाननी होगी। उन्होंने महिलाओं को अपने दिव्यांग होने के बावजूद आईएएस तक पहुंचने के सफर को विस्तार से बताया
इरा सिंघल यहां जनमंच सभागार में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रुप में संबोधित कर रही थी। सम्मेलन का आयोजन सहारनपुर नगर निगम, स्मार्ट एजुकेशन एंड वैल्फेयर एसोसियेशन, परवेज़ सागर फाउण्डेशन व हीलिंग लाइव्स द्वारा किया गया था। उद्घाटन आईएएस इरा सिंघल,अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता जॉनी विश्वनाथ, नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह, लखनऊ से आयी समाजसेविका डॉ नीलू व दिल्ली से आये युवा समाजसेवी सुरेन्द्र विधूड़ी तथा समाजसेवी महेन्द्र तनेजा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम संयोजक नीना धींगड़ा, एम तनवीर व परवेज़ सागर ने अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि जॉनी विश्वनाथ ने कहा कि मेरी डिक्शनरी में नामुमकिन शब्द नहीं है। यदि हम कोई संकल्प ले तो रास्ता खुद ब खुद निकल आता है। उन्होंने कहा कि यदि आप किसी काम को करना चाहते हैं तो रास्ता ढूंढोंगे और यदि नही करना चाहते हो तो बहाना ढूंढोंगे। उन्होंने कहा कि मेरा धर्म इंसानियत है।
मेयर संजीव वालिया ने कहा कि इरा सिंघल मात्र महिलाओं की प्रेरणा ही नहीं है बल्कि इस बात की प्रतीक भी हैं कि महिला किसी भी क्षेत्र में हों, वे एक नया इतिहास लिख रही हैं। नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने महिलाओं से स्वच्छता अभियान में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और सुरक्षा को लेकर महिलाएं नयी परंपराओं की शुरुआत करें। उन्होंने कहा कि समाज में जो सेवा का बीज आप बोते हैं उसका परिणाम बहुत बेहतर रुप में मिलता है।
उन्होंने बताया कि शहर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक हजार कैमरे लगवाये जा रहे है तथा गरीबों विशेषकर महिलाओं के स्वास्थय जांच के लिए हेल्थ एटीएम भी नगर निगम द्वारा शहर में लगवाये जा रहे है। इस अवसर पर बुंदेलखंड से आये कलाकारों द्वारा लोक गीत आदि भी प्रस्तुत किए. सम्मेलन का संचालन डॉ. वीरेन्द्र आज़म ने किया. आयोजन को सफल बनाने में कार्यक्रम संयोजक एम. तनवीर, संयोजिका नीना धींगड़ा, जीनत आफताब, महेश धींगड़ा, ईशान, मेघा गर्ग, उस्मान, खुशी साहा, विभु, अरविंद शुक्ला, साधना शुक्ला, सैयद दुआ, खुश्बु, शमी, आयशा आदि का सहयोग रहा रिपोर्टर:आरिफ अंसारी