सहारनपुर। नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा है कि वर्ष 2020 तक सहारनपुर इतना सुंदर शहर हो जायेगा कि शहर के लोग गर्व के साथ कहेंगे-‘‘मेरा सहारनपुर-मेरा अभिमान’’। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत करीब एक हज़ार करोड़ रुपये की योजनाएं धरातल पर उतरने वाली हैं। नौ डीपीआर को स्वीकृति मिल चुकी है। इन योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए उनके टेंडर जारी हो चुके हैं। 400 करोड़ रुपये का स्मार्ट रोड का प्रस्ताव भी शासन से स्वीकृत हो गया है। एक करोड़ रुपये की लागत से ई-लाइब्रेरी विकसित की जा रही है तथा स्टेडियम में खेल सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी चार करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि एक फाईव स्टार होटल भी हम बनवाने जा रहे हैं। नगरायुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी के लिए लिये जाने वाले सिटीजन फीड बैक का लक्ष्य सहारनपुर ने शत प्रतिशत प्राप्त कर लिया है।नगरायुक्त बुधवार दोपहर अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में स्मार्ट सिटी में चयनित सूरत के साथ सहारनपुर स्मार्ट सिटी का एमओयू साईन हो रहा है। सूरत में जो योजनाएं क्रियान्वन की स्थिति में आ गयी हैं उनकी तकनीक सहारनपुर को मिल सकेगी। वहां के विशेषज्ञ व इंजीनियरों का लाभ सहारनपुर को मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि सहारनपुर की ऐतिहासिक व आध्यात्म महत्व की पांवधोई नदी व ढमोला नदी के सौंदर्यकरण व सफाई को कार्ययोजना में शामिल कर लिया गया है। इन नदियों का रिवर फ्रंट बनाया जायेगा। बाबा लालदास घाट से उद्गम स्थल तक पांवधोई के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित करने की भी योजना है।
नगरायुक्त ने बताया कि शहर में घंटाघर से विभिन्न दिशाओं में 26 किमी. लंबी सड़कों को स्मार्ट रोड बनाया जायेगा। घंटाघर से अंबाला रोड पर ईदगाह तक भी स्मार्ट रोड बनायी जायेगी। घंटाघर चौराहा सहित अनेक चौराहों का सौंदर्यीकरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि नौ वार्ड पूरी तरह एलईडी लाइटों से आच्छादित हो चुके हैं, मार्च तक सभी 70 वार्डो को आच्छादित कर दिया जायेगा। दिल्ली रोड व देहरादून रोड भी, जहां तक निगम की सीमा है लाइटों से जगमगाती नज़र आयेगी। नेताजी सुभाष पार्क व गांधी पार्क के अलावा शहर के सभी 162 पार्काें का सौंदर्यकरण और उनमें सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी।
नगरायुक्त बताया कि अप्रैल तक सहारनपुर को कूड़ा मुक्त करने का प्रयास निगम कर रहा है। उन्होंने बताया कि कोशिश यह है कि दस बजे के बाद कूड़ा शहर में दिखायी न दें। शहर में 140 कूड़ाघरों में से केवल 38 कूड़ाघर रह गए हैं। ये भी जल्द खत्म हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि सभी वार्डो के लिए एक-एक गाड़ी कूड़ा उठान के लिए रहेगी जो घरों से कूड़ा लेकर सीधे डम्पिंग ग्राउंड ले जायेगी। नगरायुक्त ने बताया कि कूड़ा निष्पादन के लिए वेस्ट एनर्जी प्लांट लगाने की योजना पर भी कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि शहर से डेयरियों को बाहर ले जाने के लिए सभी डेयरी मालिकों को नोटिस दे दिए गए हैं। सूअर पालकों को भी नोटिस दिए गए हैं।नगरायुक्त ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से शहर में एक हज़ार कैमरे रायवाला, मोरगंज, नेहरु मार्किट, शहीद गंज, लकड़ी मार्किट, नया बाजार, सर्राफा बाजार, सहित शहर के प्रमुख बाजारों व अन्य प्रमुख स्थानों पर लगाए जायेंगे।
महिला सुरक्षा के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि निगम परिसर में ही बाहर की कामकाजी महिलाओं के लिए एक महिला हॉस्टल बनाया जायेगा। यातायात के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग, परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठके हुई हैं। ई-रिक्शाओं के रुट तय किये गये हैं। बस स्टैंड के लिए जगह तलाश कर ली गयी है। अप्रैल तक बाईपास शुरु हो जाने पर काफी समस्या का समाधान हो जायेगा।
उन्होंने शहर के लोगों से अपील की कि वे अपने फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर जाकर सहारनपुर के बारे में अपनी राय साझा करें कि सहारनपुर रहने लायक शहर है। चूंकि यहां की वायु गुणवत्ता, पेयजल, पर्यावरण, सुरक्षा व्यवस्था, बैंकिंग सेवाएं, रोजगार की उपलब्धता, सड़कें, स्वच्छता व सफाई अन्य शहरों की तुलना में काफी बेहतर है। वार्ता के दौरान स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी बी के सिंह, महाप्रबंधक जलकल. ए एन श्रीवास्तव आदि भी मौजूद रहे।
रिपोर्ट:आरिफ अंसारी