सहारनपुर। स्मार्ट सिटी में सहारनपुर का मुखड़ा बदला जायेगा। दिल्ली रोड स्थित तालाब में म्यूजिकल फव्वारे लगाकर बहुत सुंदर और रमणीय स्थल बनाया जायेगा तो दूसरी ओर घंटाघर से चारों ओर जाने वाली सभी सड़कों के बाज़ारों को भी जयपुर की तर्ज पर बहुत खूबसूरत बनाया जायेगा। सर्किट हाउस में स्मार्ट सिटी की सीएलएएफ (सिटी लेवल एडवाइज़री फॉर्म-2020) की बैठक में नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह और स्मार्ट सिटी से जुड़े अधिकारियों ने दी।
मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में हुई उक्त बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया और बताया गया कि कैसे जयपुर की तर्ज़ पर घंटाघर के आस पास के मुख्य बाज़ारों का सौंदर्यीकरण करने के लिए उनका मुखौटा बदला जायेगा। पूरा बाज़ार एक कतार में एक जैसा नज़र आयेगा। योजना जब धरातल पर उतरेगी तो आप पहचान नहीं पायेंगे कि सहारनपुर में है या बैंगलोर जैसे किसी बड़े महानगर में हैं।
घंटाघर के चारों तरफ कुल 23 किमी. सड़कों का चौड़ीकरण और सौदर्यकरण करते हुए उन्हें स्मार्ट रोड बनाया जायेगा। बिजली के खंभे साइडो से हटाये जायेंगे और ट्रांस्फार्मर भी कॉम्पेक्ट हो जायेगे। खंभों पर फैला तारों का जाल हटाकर सब वायरिंग अंडर ग्राउंड की जायेगी। इसके अलावा यातायात व्यवस्था, स्मार्ट रोड के साथ ही फुटपाथ की व्यवस्था, सड़क पार करने के लिए स्थान, ग्रीन जोन, पार्किंग, बस स्टैंड संबंधी योजनाओं के संबंध में भी प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी गयी। बताया गया कि घंटाघर को ऐसे चौराहे के रुप में विकसित किया जायेगा कि वह अपने तरह का अलग चौराहा होगा।
नगरायुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी सूरत के साथ हमारा एमओयू साइन हुआ है। वहां के इंजीनियर व विशेषज्ञ यहां आकर अपनी तकनीक हमसे साझा करेंगे और बतायेंगे कि कैसे हम योजनाओं को आसानी से क्रियान्वित कर सकते है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश ये है कि सहारनपुर की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बने। सभी को शिक्षा, सभी को भोजन और सभी को स्वास्थय सेवाएं मिले, इसके लिए अनेक योजनाएं बनायी गयी हैं।
जन प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब में नगरायुक्त ने बताया कि कुत्तों पर अंकुश के लिए एक एनिमल बर्थ सेंटर बनवाने की तैयारी है। शूकर के लिए भी बाल्मीकी समाज के लोगों से बात की गयी है। नगरायुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी में कोई जानवर सड़क पर नजर नहीं आयेगा। उन्होंने बताया कि सहारनपुर में अंबाला रोड पर एक फाइव स्टार होटल भी बनने जा रहा है। विपिन जैन द्वारा उठाये गए प्रश्न के जवाब में नगरायुक्त ने कहा कि शहर के अधिकांश हिस्से में सीवर लाइन नहीं है।
पूरे शहर के लिए सीवर लाइन का प्लान बनाया गया है। अमृत योजना में कार्य चल रहा है। मेयर संजीव वालिया ने कहा कि स्मार्ट सिटी में सबसे बड़ी बाधा अतिक्रमण के रुप में आ रही है। सबको अच्छे मन से इसे हटाने में सहयोग देना होगा। बैठक में स्मार्ट सिटी के डारेक्टर सुशील पुंडीर, नोडल अधिकारी बी के सिंह, लेखाधिकारी राजीव कुशवाह, पांवधोई समिति के डॉ. एस के उपाध्याय, कुलभूषण जैन, रामलीला कमेटी के योगेश गोयल, शांति समिति के जयनाथ शर्मा, आईआईए चेयरमैन रविन्द्र मिगलानी, सीए संजय मिश्रा, सुनील सूरी तथा अनेक वार्डो के पार्षद शामिल रहे।रिपोर्ट:आरिफ अंसारी