सहारनपुर। विश्व जागृति योग ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष व विश्व विख्यात योग गुरु ज्योतिर्विद मनीषाचार्य ने कोरोना वायरस से बचाव के लिये बताया कि हमें अपनी वैश्विक प्राचीन संस्कृति योग,यज्ञ व आयुर्वेद का अनुसरण करना ही होगा तथा हमारे खान पान व रहन सरन के तरीके को सुधारना भी अत्यावश्यक है। आचार्य जी ने बताया कि योग हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर रोग से लड़ने के साथ साथ मन को भी संयमित करता है।
तथा वर्तमान के समय मे कोरोना को लेकर सभी भयभीत है जिसमे योग अत्यंत कारगर सिद्ध होता है। यही कारण है हमारे प्रधानमंत्री जी ने भी अपने संदेश में शाम को जनता कर्फ्यू के बाद थाली व ताली उदघोष करने को कहा इसका उदघोष हमे मानसिक भय से बचाता है व यज्ञ हमारे पर्यावरण व आसपास के वातावरण को शुद्ध करने के साथ ही तीनों का सुप्रभाव हमारे रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को बलिष्ट बनाएंगे।
कोरोना वायरस वायरस का दुष्प्रभाव निश्चित रूप से पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा हैं, आचार्य जी ने अपने पूरे विश्व के साधकों को जो कि रूस,चीन,नीदरलैंड,अल्जीरिया, मालदीव्स, सऊदी,थाईलैंड आदि देशो के साधको को भी योग सन्देश देकर योग से कोरोना वायरस से बचने का योग के माध्यम से सुझाव दिया है जो उनके लिए कारगर सिद्ध हो रहा है हम सभी को उन सावधानियों का पालन करना चाहिए जो भारत सरकार द्वारा निर्देशिका मिल रही है।
तथा योग के सुझाव जो निश्चित रूप से कारगर सिद्ध हो रहे है जिनमे यदि आपके पास कम समय है, तो इन अभ्यासों को अवश्य करें। जो निम्नवत है :
सूर्य नमस्कार
सूर्यभेदन प्राणायाम,
भस्त्रिका प्राणायाम और शीतली प्राणायाम की मुद्राएँ करें। अगर सांस लेने में तकलीफ हो, तो जलनेति गतिविधि बहुत फायदेमंद है। आचार्य जी ने पूरे विश्व के सभी साधको के परिवार हेतु श्रीशक्तिधाम हरिद्वार में शुभ त्वरित स्वास्थ्य की कामना की तथा सर्व कल्याण यज्ञ आयोजित किया। रिपोर्ट: आरिफ अंसारी