सहारनपुर। त्याग तपस्या और बलिदान की पुजनीय सारशब्दाचार्य वीरेश विकल जी महाराज महामूर्ति आदिधर्म के मर्मज्ञ, भावाधस के जन्मदाता तथा आदि धर्म {वाल्मीकि धर्म} के प्रकाश स्तम्भ, भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज रजि० भावाधस नामक विशाल वटवृक्ष रुपी पौधे को प्रारंभ से ही अपने जीवन के अन्तिम समय तक सींचने वाले बृह्मलीन, पुजनीय सारशब्दाचार्य वीरेश विकल जी महाराज के 10वें परिनिर्वाण दिवस पर उत्तराखण्ड भावाधस परिवार का शत-शत नमन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य तौर पर वीर श्रैष्ठ अजय बिरला,वीरश्रेष्ठ प्रवीण सौदाई प्रदेश संयोजक उत्तर प्रदेश, वीरश्रेष्ठ डा० दिनेश कल्याण,वीरश्रैष्ठ अमर बेनिवाल,वीर गौरव पुहाल प्रदेश संयोजक युवा मोर्चा (यू०पी०) प्रदेश सचिव प्रदेश महामंत्री (यू०पी०)राष्ट्रीय संचालक, वीरश्रैष्ठ प्रदीप ढलौर राष्ट्रीय संचालक, वीरश्रैष्ठ प्रदीप ढलौर राष्ट्रीय संयुक्तमंत्री, प्रान्तीय कनवीनर वीरश्रेष्ठ रमेश डबराल प्रदेश प्रभारी उत्तर प्रदेश,
वीर गौरव पुहाल प्रदेश संयोजक युवा मोर्चा(यू०पी०) वीर रविन्द्र साजन गढवाल प्रमुख, वीर सुरेश कांगडा जिला प्रभारी (हरिद्वार) वीर मलखान जिला संरक्षक (हरिद्वार) वीर अरविन्द पालीवाल जिला सलाहकार (सहारनपुर) वीर शेरसिँह शेरा जिला संयोजक (सहारनपुर) वीर सुमित उटवाल जिला संयोजक (मुजफ्फरनगर) वीर आकाश कांगडा जिला संयोजक (हरिद्वार) वीर आतिश बिड़लान जिला कोषाध्यक्ष (मुजफ्फरनगर) वीर वीरेश कुमार जिला (मुजफ्फरनगर) वीर राजू सागर सहारनपुर वीर मोनु चंचल जिला सचिव, वीर रजनीश बिरला जिला उपाध्यक्ष। रिपोर्ट: आरिफ अंसारी।