दानदाताओं और संस्थाओं के सहयोग से दो महीने तक जरुरत मंदों को कराया भोजन
सहारनपुर। कोरोना के विरुद्ध लोकड़ाऊन में समाज सेवियों और संस्थाओं द्वारा गरीबो के लिए भोजन की व्यवस्था कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उक्त विचार यहां रोटरी क्लब में सोशल डिस्टनसिंग के साथ आयोजित पत्रकार वार्ता में मेयर संजीव वालिया और नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने व्यक्त किये है।
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने समाज सेवियों और सामाजिक संस्थाओं के अमूल्य योगदान के प्रीति आभार एवम कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि सहारनपुर में जिस तरह लोगो ने लोकड़ाऊन में सहयोग किया है और कोरोना को विफल करने में रचनात्मक सहयोग दिया है और नगर निगम की स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित अन्य लोगो की भी भूमिका सफाई व्यवस्था, ब्लीचिंग व्यवस्था और भोजन वितरण आदि में योगदान दिया है।
उसका भी बहुत सराहनीय योगदान रहा है। नगर आयुक्त का कहना था कि इतने बड़े अभियान में निगम के स्तर से कमिया भी हुई लेकिन इस दौरान मीडिया का रचनात्मक दृष्टिकोण और ऐसे मामलों को महत्व नही देकर भी अपना अमूल्य योगदान दिया जिसके चलते ही हम दुगनी ऊर्जा से सेवा कर पाए।
मेयर संजीव वालिया ने समाज सेवियों सहित नगर की सामाजिक संस्थाओं आई टी सी, राधा स्वामी सत्संग भवन आदि का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके सहयोग से ही लोकड़ाऊन में नगर निगम लगभग 3 करोड़ 50 लाख रुपये का भोजन नगर के गरीबो में नगर निगम की टीम वितरित कर पाई। उन्होंने शासन द्वारा निर्धारित 40 रुपये प्रति पैकेट के हिसाब से प्रतिदिन वितरित किये गए भोजन के अनुरूप लगभग 18 हज़ार पैकेट वितरित किये जाने की जानकारी दी।
श्री वालिया का कहना था कि शासन स्तर से सहयोग की भी व्यवस्था रही लेकिन समाज सेवियों ने ऐसा अनूठा उदाहरण पेश किया है जिससे सहारनपुर का गौरव प्रदेश में बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से तब अभिभूत हो गया जब एक परिवार भी इसमे ऐसा मिला जिसके मकान में प्लास्तर भी नही था लेकिन वो भी 200 पैकेट रोज़ भोजन के वितरित कर रहे थे।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री वालिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ही शहर में 50 रसोई विभिन्न स्तरों पर चलती रही और निगम को सहयोग भी किया। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को ही निगम द्वारा बैठक में इस आपदा से निपटने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली थी और 22 फरवरी को जनता कर्फ्यू लगने से पूर्व ही एस ओ पी भी जारी कर दी थी जिसमे नगर निगम के सभी 70 पार्षद सहित निगम कर्मियों एवम अधिकारियो का भी अमूल्य योगदान रहा है।
चाहे वो उसमे माली रहा हो या फिर निर्माण के एक्स ई एन रहे हो, अपनी और से सर्वश्रेष्ठ देने के प्रयास से ही कोरोना को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सका। उन्होंने कहा कि प्रभु की रसोई अवश्य चलती रहेगी। श्री वालिया ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रमुख साहिब सहित आपदा राहत आयुक्त से भी उनका निरंतर संपर्क बना रहा और व्यवस्थाओं को आवश्यकता अनुसार बदला भी गया। उन्होंने बताया कि आपदा राहत से भी जो सहयोग आया है।
वो प्रशासन के पास मौजूद है जबकि निगम ने स्वयं अपनी और से भी कोरोना के विरुद्ध सहयोग दिया है और राहत राशि का उपयोग नही किया है। उन्होंने ये भी कहा कि नगर निगम की टीम अभी भी कोरोना को लेकर सचेत है और किसी भी प्रकार की परिस्थितियों से निपटने को तैयार है। पत्रकार वार्ता का शुभारंभ वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर वीरेन्द्र आज़म ने करते हुए मीडिया की रचनात्मक भूमिका और अमूल्य योगदान को राष्ट्र हित मे महत्वपूर्ण बताया।