हेपेटाइटिस बी व सी के रोगी अपना इलाज करायें पूर्ण: डॉ.कलीम
सहारनपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व प्रख्यात0 चिकित्सक डा. कलीम अहमद ने कहा कि हेपेटाइटिस बी तथा हेपेटाइटिस सी के मरीजों को अपना इलाज पूरा करना चाहिए, क्योंकि अब इन दोनों बीमारियों का इलाज एंटीवायरल दवाइयों द्वारा आसानी से हो जाता है। प्रख्यात चिकित्सक डा. कलीम अहमद ने वल्र्ड हेपेटाइटिस डे पर जानकारी देते हुए बताया कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस डा. बरूच बलूमबर्ग की याद में मनाया जाता है उन्होंने हेपेटाइटिस बी के वायरस की खोज की तथा बलूमबर्ग ने ही हेपेटाइटिस बी की।
वैक्सीन की भी खोज की थी। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी व हेपेटाइटिस सी संक्रमित खून चढने, संक्रमित सूई द्वारा इंजेक्शन लगने से तथा असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से फैलता है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस के मरीज को भूख नहीं लगती है, उल्टी होती है, आंखों का रंग पीला हो जाता है, पेट में दर्द होता है तथा कमजोरी महसूस होने के साथ-साथ हल्का बुखार रहता है। डा. कलीम ने बताया कि हमारे यहां पीलिया होने पर लोग झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ जाता है।
कभी-कभी पीलिया के मरीज को अपनी जान से हाथ धोना पड़ जाता है, क्योंकि यदि पीलिया का सही इलाज नहीं हो, तो पीलिया का असर दिमाग पर पड़ता है तथा मरीज बेहोश हो जाता है तथा फिर उसका ठीक होना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि यदि कोई मरीज हेपेटाइटिस बी व हेपेटाइटिस सी का इलाज नहीं कराता है, तो उसका लीवर खराब हो सकता है तथा उसे लीवर का कैंसर भी हो सकता है। इसलिए हेपेटाइटिस के मरीज को अपना इलाज अवश्य कराना चाहिए।