जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में निर्देश देते डीएम
कार्यों के प्रति लापरवाह आशा को सेवा से मुक्त किया जायेगा: जिलाधिकारी
झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश
सहारनपुर। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि सामुदायिक व प्राईमरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्य न करने वाली लापरवाह आशा को चिन्हित कर सेवा से मुक्त किया जाए। उन्होंने जिला महिला अस्पताल के 15 दिनों का सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बिना अनुमति के अस्पताल के चक्कर लगाने वाली आशा को चिन्हित कर तत्काल दण्डित किया जाए। उन्होंने कहा कि जहां अच्छा कार्य करने वाली आशा को पुरस्कृत किया जाए वहीं खराब कार्य करने वाली आशा को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ये भी निर्देश दिए कि झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध भी अभियान चलाकर कठोर कार्रवाही की जाए।
अखिलेश सिंह ने आज यहां कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि विभिन्न माध्यमों से शिकायत आ रही है कि झोलाछाप डॉक्टर ग्रामीणों का ईलाज के नाम पर शोषण कर रहे है। उन्होंने कहा कि बिना किसी सक्षम डिग्री के किसी को भी आम आदमी के जीवन से खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा। उन्होंने जिला हौम्योपैथी व आर्युवेदिक अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने यहां पंजीकृत हौम्योपैथी व आर्युवेदिक चिकित्सकों की सूची तत्काल मुख्य चिकित्साधिकारी को प्राप्त करायें। जिससे अभियान के दौरान ऐसे पंजीकृत चिकित्सकों के विरूद्ध कार्यवाही न हो सकें। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि वो डॉक्टरों की टीम बनाकर शिकायत की सत्यता की जांच कराये कि डेंटिस के गलत दवाई के कारण मरीज को हाथ कटवाना पड़ा।
उन्होंने कहा कि कतिपय आशा अपनी तैनाती स्थल पर नहीं जाती है और न ही वहां की मूल निवासी है। ऐसी आशा को चिन्हित कर तत्काल सेवा से बाहर किया जाए। उन्होंने कहा कि अब लापरवाही किसी भी स्तर पर माफ नहीं की जायेगी। उन्होंने जननी सुरक्षा कार्यक्रम में तेजी लाने के निर्देश दिए। गर्भवती महिलाओं व नसबंदी कराने वाली महिलाओं के कोविड-19 की जांच कराने के लिए ट्रेूनेट से जांच कराई जाने के बाद ही कार्रवाही की जाए। उन्होंने कहा कि सभी सीएचसी व पीएचसी को निरंतर सैनेटाइज कराकर मरीजों की समुचित देखभाल की जाए।
अखिलेश सिंह ने कहा कि 31 जुलाई तक चलने वाल जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़ा का सही डाटा एकत्रित कराया जाए। इस अभियान में आम आदमी को जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाये जाने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी आयुष्मान भारत के कार्ड का गलत इस्तेमाल न करने पाए। डीएम को बताया गया कि जिले के 24 सरकरी तथा 18 पंजीकृत निजी व प्राइवेट अस्पतालों में कार्ड धारकों का इलाज किया जा रहा है।
जिले के एक लाख 37 हजार परिवार को योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने टीकाकरण के कार्य में तेजी लाये जाने के साथ ही संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाये जाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी बी.एम.सोढी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 एस.के.वष्र्णेय, अपरर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वी.एस.पुण्डीर, डा0 धर्मवीर सिंह, जिला पंचायतराज अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, सहायक निदेशक सूचना अवधेश कुमार सहित यूनीसेफ व सभी ए.सी.एम.ओ तथा राज्य स्वास्थ्य मिशन के खालिद हुसैन मौजूद थे