सहारनपुर। नगर निगम कार्यकारणी की सोमवार को हुई बैठक में मेयर संजीव वालिया ने कहा कि महानगर में अतिक्रमण किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध, किसी भी जाति या धर्म-संप्रदाय से संबद्ध व्यक्ति द्वारा किया गया हो उसे बिल्कुल हटाया जायेगा, अतिक्रमण से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने संपत्ति अधिकारी व अतिक्रमण प्रभारी को निर्देश दिए कि कहीं भी अतिक्रमण हटाने से पहले वहां निशानदेही करें और अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दें कि वे उसे स्वयं हटा लें अन्यथा निगम द्वारा उसे तोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि दो बार उसे अवसर दिया और यदि कोई फिर भी नहीं हटाता है तो उसे निगम द्वारा हटा दिया जाएं। उन्होंने कहा कि शारदा नगर में अधिकारी पहले निशानदेही करले और उसके बाद जहां जिसका अतिक्रमण है उसे हटा दें।
उन्होंने संपत्ति अधिकारी विनय शर्मा को पूरे महानगर में नगर निगम की संपत्ति कहां-कहां है, कहां-कहां तार बाड़ तथा कहां बाउंड्री होनी है, तथा कहां निगम की जमीन पर कब्जा है, इसका पूरा विवरण तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी धार्मिक स्थल से अतिक्रमण हटाने से पहले उनसे व नगरायुक्त से उसकी अनुमति ली जाएं और जिला प्रशासन के संज्ञान में भी उसे लाया जाएं। पार्षद चंद्रजीत सिंह निक्कू ने कहा कि अधिकारियों की एक समय सीमा तय कर दी जाएं। साथ ही यह भी कि यदि अधिकारी गलती करता है उससे वह नुकसान उससे सही वसूला जाए। उन्होंने अतिक्रमण हटाने में दोहरे मापदण्ड अपनाने का आरोप भी लगाया। पार्षद शहजाद ने भी खजूर तला में अतिक्रमण हटाने में पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि किसी का तोड़ा गया किसी को छोड़ दिया गया, ये भेदभाव न बरता जाएं, जिन्होंने अतिक्रमण कर रखा है उन सब पर एक तरफा कार्रवाई की जाए।
सीवरेज कंपनी का ठेका निरस्त करने की मांग
पार्षद अशोक राजपूत ने नगर में सीवरेज का काम कर रही कंपनी के कार्य पर अंसतोष जताते हुए कहा कि जब तक निगम के हाथ में सीवरेज का काम था तब तक व्यवस्था सही चल रही थी लेकिन जिस दिन से कंपनी के हाथ में आयी है हालात खराब हो गए हैं उन्होंनेे कार्यकारणी के सभी पार्षदों के हस्ताक्षरों से युक्त एक मांगपत्र मेयर को देते हुए उक्त कार्य में लगी कंपनी का ठेका निरस्त करने की मांग की।
रिलायंस कंपनी के खिलाफ पार्षदों में गुस्सा
कार्यकारणी में मौजूद सभी पार्षदों ने एक स्वर में रिलायंस कंपनी के खिलाफ गुस्सा व्यक्त करते हुए कार्रवाई की मांग की। पार्षदों का कहना था कि रिलायंस ने निगम की सभी सडकें खोद डाली है और अपना बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया है। जबकि निगम को मामूली रकम इसके लिए दी गयी है। मेयर संजीव वालिया ने पार्षदों की बात से सहमति जताते हुए नगरायुक्त को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में पूरी जांच कर देखें कि निगम को रिलायंस द्वारा शहर में लगाए गए खंभों के एवज में कितनी राशि लेनी चाहिए। उन्होंने तुरंत इस दिशाा में कदम उठाने के निर्देश दिए।