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महाविद्यालयों व विद्यालयों में शिक्षण शुल्क बढाने का किया विरोध

सहारनपुर। महाविद्यालय व विभिन्न विद्यालयों द्वारा शिक्षण शुल्क में वृद्धि किए जाने के विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आज मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।


आज एबीवीपी के महानगर अध्यक्ष डॉ.दिनकर मलिक के नेतृत्व में कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे और शिक्षण शुल्क में की जा रही वृद्धि के विरोध में रोष जताया और प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी काल में विभिन्न विद्यालय व महाविद्यालय शिक्षण शुल्क में वृद्धि कर अभिभावकों का मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहे है। विद्यालय व महाविद्यालय अभिभावकों से ट्रांसपोर्ट, भवन फीस व अन्य गतिविधियों के शुल्क के नाम पर पैसा वसूल रहे है, जो पूर्णतया अनुचित है।


उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि पाठ्यक्रम शुल्क में भी सरकार द्वारा कुछ रियायत दी जाये तथा विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति व शोधवृत्ति को तुरंत उनके खाते में स्थानान्तरित की जाये, जिससे विद्यार्थी अपनी शिक्षा को सुचारू रूप से बिना किसी मानसिक दबाव के पूर्ण कर सकें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा कोरोना वायरस के दृष्टिगत पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कटौती की गयी है। सभी प्रकार के शुल्क में भी 30 प्रतिशत की छूट दी जाये। स्कूली शिक्षा नर्सरी से कक्षा 12 तक तीन माह की फीस को माफ किया जाये तथा शिक्षण शुल्क के अतिरिक्त सभी प्रकार के शुल्क पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाये। इस दौरान विनित, ऋषि, सन्नी सैनी, वैभव शर्मा, मोहित पंडित, कार्तिक तोमर, दिनकर मलिक, प्रियांश शर्मा, अक्षत, अनुराग, भानू प्रताप, बाबूराम आदि मौजूद रहे।


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