सहारनपुर। अनलॉक 3 में प्रदेश सरकार के निर्देश पर शनिवार को लॉक डाउन में पुलिस ने अधिक सख्ती नहीं दिखायी, जिसके चलते दोपहर बाद सडकों पर वाहन चालकों की आवाजाही बढ़ती देखी गयी। दोपहर तक जो सडके व बाजार सुनशान पड़े थे, वह बाद में गाडियों के सायरन से गंूजते रहे। केवल आवश्यक सेवाओं को छोड़ अन्य गतिविधियां पूर्णतया ठप रही लेकिन वाहनों के आवाजाही रोज की भांति देखी गयी महज औपचारिकता के रूप में पुलिस ने बेवजह घूमते कुछ वाहन चालकों के चालान भी काटे। वहीं दूसरी ओर टैम्पू व ई-रिक्शा चालाक दो गुणा किराया वसूल कर जनता का उत्पीडन कर रहे है।
आज शनिवार को दिन चढ़ते ही केवल जरूरी सामान की दुकानों को छोड़ अन्य सभी तरह की दुकाने व कारोबार बंद रहे और सडकों पर अनावश्यक घूमना भी प्रतिबंधित किया गया था। लॉक डाउन के चलते लोग घरों में ही रहे। इक्का दुक्का दुपहिया वाहनों ने निकलने का प्रयास किया, तो उन्हें पुलिस कर्मियों ने फटकार लगाते हुए वापिस भेज दिया। आज लगभग 3 बजे के बाद सडकों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा नहीं दिखायी दिया। नगर के बाजार के साथ-साथ गली मौहल्लों में पूरी तरह खामोशी तो छायी रही, लेकिन दोपहर बाद सडकों पर वाहन चालकों को बढ़ती आवाजाही देखी गयी। दूसरे लॉक डाउन में पुलिस की सख्ती भी कम देखी, जिसका फायदा लोगों ने जमकर उठाया।
सडकों पर वाहन बेखौफ होकर दौडते नजर आये अधिंकाश वाहन रोज की भांति सडकों पर चलते दिखे तथा मुख्य मार्गो पर पुलिस द्वारा महज औपचारिकता के रूप में वाहनों की सघनता से जांच भी की गयी और जगह-जगह अवरोधक लगाकर लॉक डाउन का अनुपालन कराया गया। अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर पुलिस कर्मचारियों ने हर ओर मोर्चा संभाले रखा और जगह-जगह चैकिंग अभियान की पुलिस महज औपचारिकता का निर्वाहन किया वहीं दूसरी ओर टैम्पू व ई-रिक्शा चालक भी लाक डाउन में जनता का शोषण कर चांदी कूटने का काम कर रहे है तथा किराया दो गुणा वसूलते है और विरोध करने पर सवारियों से अभ्रदता व्यवहार करते है। आज चैक घंटाघर पर इस तरह के कई मामले सामने आये और वहां मौजदू पुलिस कर्मी मूक दर्शक बन सवारी व चालाक का विवाद देखते रहे। इस दौरान कई जगहों पर पुलिस ने कुछ वाहन चालकों के चालान भी काटे और सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन का अनुपालन करने के निर्देश भी दिये।