सहारनपुर। दशलक्षण महापर्व के उपलक्ष्य में आज ‘उत्तम आकिंचन’ पावन दिवस भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा पर मंत्रोचार के साथ विधि विधान से अभिषेक शांतिधारा के बीच सम्पन्न हुआ।
जैन बाग स्थित प्राचीन अतिशय कारी मंदिर में श्रावको द्वारा भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा पर मंत्रोचार के मध्य विधि विधान से अभिषेक शांतिधारा भक्तिमय वातावरण में संपन्न हुई। इसके उपरांत जैन समाज के अध्यक्ष राजेश जैन ने उत्तम आकिंचन धर्म पर बताया कि उत्तम क्षमा से प्रारंभ हुई दशलक्षण पर्व की यात्रा कल उत्तम त्याग तक पहुंची थी, त्याग करते करते, जब मानव आगे कदम बढ़ाता है, तो उसके जीवन में उत्तम आकिंचन धर्म स्वयं प्रकट हो जाता है, क्योंकि मनुष्य जब यह धारणा बना लेता है कि किंचित मात्र भी मेरा नहीं है, तब वह सब कुछ त्याग कर देता है, जब उसके पास कुछ भी परिग्रह नहीं होगा, तो वहीं आकिंचन धर्म होगा।
यह सब विकार भाव स्वयं छूट जाते है तो वास्तव में धर्मों में मूल आकिंचन धर्म ही मोक्ष के निकट ले जाने वाला है। मांगलिक कार्यक्रम में संजीव जैन (बब्बू), विपिन जैन, जैन समाज के संरक्षक राकेश जैन, महामंत्री संजीव जैन, मीडिया प्रभारी सीए अनिल जैन, कोषाध्यक्ष अरुण जैन, नवीन जैन, मनीष जैन, दिनेश जैन, तरुण जैन, श्रेयांश जैन सहित अनेक श्रावक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उपस्थित रहे।