ठोस अपशिष्ठों के निस्तारण में पर्यावारण का ध्यान रखा जाए: जिलाधिकारी
सहारनपुर। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने नगर निगम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि ठोस अपशिष्ठों के निस्तारण में पर्यावारण का ध्यान रखा जाए। उन्हांने कहा कि जिन निकायों के पास अपशिष्ठों के निस्तारण के लिए भूमि नहीं है वो तत्काल भूमि की व्यवस्था कर समुचित कार्रवाही करें।
अखिलेश सिंह आज यहां कलेक्ट्रेट सभागार में नगर निकायों में ठोस अपशिष्ठों के निस्तारण व पर्यावरणीय दृष्टिकोण के संबंध में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कूडे को खुले वाहनों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर न ले जाया जाए। उन्होंने कहा कि कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए कूडे का उचित स्थान पर एकत्रित किया जाए। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए के नाली में गोबर बहाने की प्रथा को रोका जाए।
उन्होंने कहा कि इसके लिए स्थानीय नगारिकों को जागृत किया जाए। ज्ञातव्य है कि जनपद के निकायों में भूमि उपलब्धता की स्थिति नगर पंचायत अम्बेहटा में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 0.39 हे0, नगर पंचायत बेहट में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 0.632 हे0, नगर पंचायत सुल्तानपुर चिलकाना में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 0.5242 हे0, नगर पालिका परिषद देवबन्द में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 1.523 हे0, नगर पंचायत तीतरों में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 0.5521 हे0, नगर पालिका परिषद सरसावा में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 0.562 हे0, नगर पंचायत नानौता में उपलब्ध भूमि का क्षेत्रफल 0.819 हेक्टेयर है।
जिलाधिकारी ने समस्त ई0ओ0 को निर्देश दिये कि पीने के लिये शुद्ध पेयजल होना चाहिए। पानी की टंकियों की सफाई आदि होना चाहिए। हैण्ड पम्प आदि की पूरी पाइपलाइन चैक करवा लें तथा पानी की गुणवत्ता भी चैक करवाएं। बैठक में नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह, डीएफओ विजय सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी ए0के0त्रिपाठी, एल0डी0एम राजेश चैधरी, समस्त ई0ओ0 आदि उपस्थित थे।