कुपोषित बच्चों का संपूर्ण पोषण करना हमारा लक्ष्य -जिलाधिकारी
सहारनपुर,। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहाा कि कुपोषित बच्चों के संपूर्ण पोषण के लिए एक माह का सघन अभियान चलाया गया। इस अभियान को निरंतर चलाते रहने की जरूरत है जब तक कुपोषित बच्चों का संपूर्ण पोषण न कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि इसमें सभी का सहयोग एवं भागीदारी जरूरी है।
अखिलेश सिंह आज यहां कलेक्टेªट सभागार मे जिला पोषण समिति की बैठक में पोषण माह में किये कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चों व गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पर्याप्त पोषण हमेशा सरकार की उच्च प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि पोषण कुपोषण को मजबूती से खत्म करने में एक अभूतपूर्व भूमिका निभा निभाने की जरूरत है। सितम्बर माह को पोषण माह मनाया जा रहा है।
इसका उद्देश्य युवा बच्चों और महिलाओं में कुपोषण दूर करने के लिए जन भागीदारी को बढ़ावा देने के साथ ही सभी के लिए अच्छा स्वास्थ्य और पोषण आहार सुनिश्चित करना है। जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर 2020 में की गयी गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जनपद में 1711 पोषण वाटिका का निर्माण तथा 4563 गर्भवती माताओं की गोदभराई तथा 4547 बच्चों का अन्नप्राशन कार्यक्रम किया गया। राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर में जन आन्दोलन डैश बोर्ड पर फीडिंग में जनपद 8वें स्थान पर है।
उन्होंने बताया कि 23 कुपोषित ग्राम जनवरी माह में 23 अधिकारियों द्वारा गोद लिये गये थे। जिसमें से 20 ग्राम सुपोषण की श्रेणी में आ गये है। वर्तमान माह में सैम (तीव्र कुपोषित) तथा मैम (आंशिक कुपोषित) का चिन्हीकरण किया जा रहा है। उन्हांने कहा कि आगामी कुछ दिनों में कुपोषण पर आशा के अनुरूप् सफलता पा ली जायेंगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये जन आन्दोलन डैश बोर्ड पर सभी 06 कनवर्जेन्स वाले विभाग तीव्र गति से गतिविधियों की फीडिंग करें।
बैठक में जिला विकास अधिकारी मंशाराम यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, जिला पूर्ति अधिकारी सतीश कुमार मिश्रा, जिला विद्यालय निरीक्षक अरूण कुमार दुबे, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र कुमार सिंह, सहायक मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 ओ0पी0गुप्ता तथा समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) आदि मौजूद थे।