सहारनपुर। असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक पर्व दशहरा महोत्सव आज कोविड 19 की गाइड लाइन के साथ श्रद्धापूर्वक मनाया गया। प्रतीकात्मक रावण के पुतलों का दहन कर अहंकार को त्याग कर मानव दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया गया। चिलकाना रोड स्थित श्री रामलीला कमेटी के तत्वाधान में विजय दशमी के उपलक्ष में प्रातःकाल धर्माचार्यो के सानिध्य में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान जी द्वारा शस्त्र पूजन किया गया।
तदोपरान्त देर शाम रावण के पुतले का प्रतीकात्मक दहन हुआ। इस दौरान मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त संजय कुमार व जिलाधिकारी अखिलेश रहे। इस दौरान राम रावण युद्ध का प्रतीकात्मक मंचन कर रावण के पुतले का दहन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त संजय कुमार व जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने भगवान श्रीराम की आरती उतारी और अधर्म व धर्म की विजय के प्रतीकात्मक दशहरा पर्व पर मन की बुराईयों, गलत विचारों को समाप्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि किसी व्यक्ति को जीवन में अहंकार नहीं करना चाहिए।
इस दौरान एसएमसी फूड के स्वामी सुभाष अग्रवाल ने भी सभी लोगों से आह्वान किया कि वह स्वयं में अहंकार न पाले, क्योंकि अहंकार मनुष्य के विनाश का कारण होता है। इस दौरान वैश्विक महावारी कोविड 19 की गाइड लाइन का पूर्णतया अनुपालन किया गया और सीमित लोगों को ही रामलीला भवन में प्रवेश दिया गया था।
इस दौरान कमेटी के प्रधान अनिल अग्रवाल, मंत्री चै0माई दयाल सिंह मित्तल, कोषाध्यक्ष अमित गुप्ता, उत्सव संचालक मुकेश सिंघल, वरिष्ठ उपप्रधान आलोक अग्रवाल, वरिष्ठ उपमंत्री हितेश गर्ग, उत्सव समन्यवक मनुज तायल, मंच निर्देशक नीरज गर्ग, दिनेश गुप्ता, सह उत्सव संचालक सचिन गोयल, राजा जैन, अमित सिंघल, लक्ष्य कम्बोज, राजीव गोयल, अनुज तायल, अमित जैन, राजीव गुप्ता, हर्षित गोयल, राज अरोडा, अभिषेक जैन आदि उपस्थित रहे।
इससे पूर्व मध्यरात्रि में शासन द्वारा निर्देशित गाईडलाईन का अनुपालन करते हुए श्री रामलीला महोत्सव 2020 प्रतीकात्मक रूप में मंचित लीला का मुख्य अतिथि राजीव गोयल, नीलेश गुप्ता, नीरज गर्ग द्वारा विधिवत पूजन कर व फीता काट कर श्री राम की आरती एवं जगद जननी माँ जगदम्बे के पावन नवरात्रि के पर्व पर माता रानी के भव्य दरबार सजा कर महाआरती कर लीला के मंचन का शुभारंभ किया गया।
कमेटी के संयोजक राजा जैन एवं नवीन गुप्ता ने बताया कि आज की लीला के मंचन में मथुरा एवं वृन्दावन से आये हुए कलाकारों द्वारा सुन्दर लीला का मंचन किया गया, जिसमें रावण के पुत्र इन्द्रजीत (मेघनाथ) द्वारा विजया देवी का यज्ञ कर श्री राम पर विजय पाने के लिए करना, लेकिन अंजनी पुत्र हनुमान जी द्वारा यज्ञ को विध्वंस कर युद्ध भूमि में लक्ष्मण जी द्वारा मेघनाथ का वध कर मेघनाथ की पत्नी सलोचना का सती होना दर्शकों मे सराहनीय रहा।
उधर, गुरूद्वारा रोड स्थित जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर भी प्रतीकात्मक रावण के पुतले का दहन किया गया। सर्किट हाऊस रोड, खलासी लाइन गोपाल नगर, हिम्मत नगरसहित विभिन्न स्थानों पर रावण के पुतलो का दहन किया गया। दशहरा पर्व को लेकर आज सुबह से ही कड़े सुरक्षा बन्दोबस्त किए गए थे और सुरक्षा के मद्देनजर रावण पुतले दहन वाले स्थानों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी।