सहारनपुर। जनपद का प्राचीन ऐतिहासिक नाम गुर्जरात्रा को पुनः किए जाने की मांग करते हुए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने आज जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा का एक प्रतिनिधि मण्डल आज जिला प्रशासन से मिला और प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में बताया कि मुगलकाल व ब्रिटिशकाल में भारतीय इतिहास का पतन करने के मकसद से नाम बदलकर मुगलिया नाम रखे गए थे।
इसी के चलते सभी नामो को बदलकर पुराने ऐतिहासिक नाम लिखने का जो काम किया जा रहा है, वह सराहनीय है, ताकि हमारा इतिहास जिंदा रहे। इसी कड़ी में मुगलकाल में जनपद का बदला गया नाम गुर्जरात्रा किया जाये। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की बड़ी प्रतिमा लगाये जाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर को पटेल की जयंती पर स्व.रामशरण दास गुर्जर चैक पर महासभा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और नगर निगम व जिला प्रशासन ने लौह पुरूष स.वल्लभ पटेल की मूर्ति के होर्डिंग्स, स्क्रीन जो महासभा द्वारा लगाये गये थे, उन्हें हटाकर फेंकने का काम किया, जो अत्याधिक शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराकर ससम्मान लौह पुरूष स.वल्लभ भाई पटेल के उतारे गये पोस्टर को पुनः स्थापित किया जाये, ताकि महापुरूषों के सम्मान को ठेस न पहुंचे। प्रतिनिधि मण्डल में राजपाल सिंह, सौरभ, सुशील, तोरण चैधरी, संदीप, संदीप कुमार, अंकुर गुर्जर, चै.विक्रम सिंह, विरेन्द्र सिंह आदि शामिल रहे।