सहारनपुर। उत्तर प्रदेश भवन निर्माण मजदूर सभा लखनऊ से जुड़े श्रमिकों ने आज राष्ट्र व्यापी हड़ताल रख उपश्रमायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन श्रम अधिकारी को सौंपा। मजदूर सभा से जुड़े श्रमिक लेबर कालोनी स्थित उपश्रमायुक्त कार्यालय पहुंचे और राष्ट्र व्यापी हड़ताल के तहत प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
इस दौरान श्रमिकों ने उपश्रमायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित ज्ञापन में मांग करते हुए कहा कि बिजली, कोयला, रेलवे, बैंक, बीमा रक्षा सहित सार्वजनिक क्षेत्रों में उद्योगों के निजीकरण पर रोक लगायी जाये। अध्यादेशों, कार्यपालक आदेशों के माध्यम से कानूनों में संशोधन की प्रक्रिया पर रोक लगायी जाये। गहराते कृषि संकट पर रोक लगायी जाये और किसानों को एक बार की ऋण माफी दी जाये। मनरेगा साल में 200 दिन का काम तथा मजदूरी 600 रूपये दिलायी जाये।
ईट भट्टा श्रमिकों सहित सभी मजदूरों के कार्य स्थल पर कैम्प लगाकर उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्र्निमाण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण किया जाये। जिससे वह योजनाओं का लाभ ले सकें। ईंट भट्टे पर कार्यरत मासिक वेतन भोगी श्रमिकों को 21 हजार रूपये मासिक वेतन मिले।
ईट भट्टा श्रमिकों की समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारण करते हुए सभी श्रमिकों की श्रेणी पूरे जिले में एक समान का रेट दिलाया जाये और भट्टे पर कार्यरत श्रमिकों को अधिकतम बोनस दिया जाये। इसके अलावा पूरे देश में सवारी रेलगाड़ी का संचालन आरंभ हो।
हड़ताल पर प्रदेश सरकार द्वारा लगायी गयी पाबन्दी को वापिस लिया जाये। प्रदर्शनकारियों में जिलाध्यक्ष सोनू कुमार, जिला मंत्री सुरेन्द्र कुमार, राव दाउद खां, नवनीत सिंह, पप्पू, विश्वास, अनिल कुमार, जयपाल सिंह, भरत सिंह, मोबिन, प्रदीप कुमार, रजनीश कुमार, इन्द्र सिंह, पहल सिंह, तलविन्दर सिंह, सीताराम, श्याम कुमार, कंवरपाल, शोभा राम, ओमबीरी, दर्शन लाल आदि शामिल रहे।