सहारनपुर। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने वाहनों से जाति सूचक शब्द हटाने के जारी किए गए आदेशों का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय सेना में जाति के आधार पर बनायी गयी रेजीमेंट को समाप्त किया जाये और सरकार द्वारा मांगे जाने वाले आवेदन पत्रों से जाति का कॉलम हटाया जाये। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक सरकार यह कदम नहीं उठाती, तब तक प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये जाति सूचक आदेश पर रोक लगायी जाये। ऐसा नहीं किया गया, तो गुर्जर महासभा आंदोलन करने को मजबूर होगा।
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा एवं गुर्जर आर्मी के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर पहुंचे और जिला प्रशासन के अधिकारियों से भेंट कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के आदेशानुसार जातिगत व्यवस्था को कम करने की दिशा में जो पहल की गयी है, वह सराहनीय है और वाहनों पर जाति सूचक शब्द लिखे होने पर कानून कार्रवाई करने के निर्देश दिये है,
वह सराहनीय है, लेकिन सभी लोग जानते है कि भारतीय सेना में अंग्रेजों द्वारा जाति धर्म के आधार पर बनायी गयी रेजीमेंट आजादी के बाद से भी चली आ रही है और केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा नौकरी व अन्य कार्यो के लिए मांगे जाने वाले आवेदन में भी जाती का कॉलम होता है, जो सरकारी तंत्र में जातिवाद व हीन भावना को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भारतीय सेना में जाति के आधार पर बनायी गयी रेजीमेंट को समाप्त किया जाये तथा सरकारी आवेदन पत्रों से जाति का कॉलम भी हटाया जाये।
जब तक सरकार यह कदम नहीं उठाती, तब तक जाति सूचक शब्द वाहनों से हटाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा रोक लगायी जानी चाहिए। यदि 22 मार्च 2021 तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नही होती, तो संपूर्ण गुर्जर समाज दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपने महापुरूषों द्वारा दिये गये बलिदान के सम्मान में भारतीय सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाये जाने की मांग रख मनवाने का काम करेगा।
महासभा के जिलाध्यक्ष ओमी पंवार, महासचिव संदीप गुर्जर, संगठन मंत्री अंकुर गुर्जर ने कहा कि आजादी के बाद 70 सालों से चली आ रही हमारी मांग भारतीय सेना में गुर्जर रेजीमेंट और महीनों से संघर्ष कर रहे किसानों की आवाज सरकार तक नहीं पहुंच रही है, लेकिन एक साधारण व्यक्ति द्वारा सरकार की मंशा के अनुकूल भेजे गये प्रार्थना पत्र पर 18 दिन मे इतनी बड़ी कार्यवाही करते हुए निजी वाहनों से जाति सूचक शब्दों को हटाने का आदेश दे दिया है, जो सरकार की नियत में संदेह पैदा करता है।
यदि सरकार उपरोक्त मांग पूरी नही करती, तो महासभा व गुर्जर आर्मी सडकों पर उतरकर इस आदेश का विरोध करेगी। इस अवसर पर राजपाल सिंह, महंत सहसपाल, रामानुज पटेल, विक्रम सिंह, सौरव बजरंगी, सुशील जेहरा, तरूण चैधरी, जौनी कुमार, सुंदर डकरावर, नीटू गुर्जर आदि उपस्थित रहे।