मुख्यमंत्री की घोषणाओं वाले कार्यों को मुख्य विकास अधिकारी खुद जाकर मौके पर देखें: मण्डलायुक्त
सहारनपुर। मण्डलायुक्त ए0वी0राजमौलि ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि निर्माण कार्यों की गुणवतत्ता से कोई समझौता ना करें। उन्होंने कहा कि मानक के अनुरूप कार्य न करने वाली कार्यदायी संस्थाओं के विरूद्ध दण्ड़ात्मक कार्रवाही की जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्यों की प्रत्येक स्तर पर जांच करायी जाए। उन्होने कहा कि सभी कार्यदायी संस्था नींव से लेकर लैण्टर तक प्रत्येक महत्वपूर्ण स्तर पर कार्य होने से पूर्व संबंधित जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को तिथिवार अवगत कराएं।
जिससे जिला स्तर पर गठित टॉस्क फोर्स की उपस्थिति में कार्य हो सके। उन्होने कहा कि आवासीय भवनों, विद्यालयों और सेतुओं के निर्माण का शत प्रतिशत निरीक्षण टॉस्क फोर्स के माध्यम से कराया जाए। उनहेांने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होने कहा कि मण्डल में बन रहे गोआश्रय स्थलों की चारदीवारी होने के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित कराएं कि गोआश्रय स्थल के ऊपर से विद्युत लाईन न गुजर रही हो। पुलिस बैरक निर्माण में देरी के लिए सम्बधिंत अधिशासी अभियंताओं को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए।
ए0वी0राजमौलि आज अपने कैम्प कार्यालय पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से मण्डल में 50 लाख रूपये तक के निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा घोषणाओं से आच्छादित कार्य और आवसीय भवनों तथा सेतुओं की तृतीय पक्ष से जांच करायी जाये। उन्होने कहा तृतीय पक्ष में आई0आई0टी0 रूडकी, कानपुर तथा ऐसी ही कोई प्रतिष्ठित संस्था होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि कार्यदायी संस्था के अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता या मुख्य अभियन्ता तथा संबंधित अधिकारी का यह दायित्व है कि जो निर्माण कार्य हो रहें है उनमें समय के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का इस्तेमाल किया गया हो।
मण्डलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी कार्यदायी संस्था को पैसा तभी दिया जाये जब उसके द्वारा किया गया कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण हो। यदि कोई कार्यदायी संस्था समय से कार्य नही कर रही है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अन्य किसी संस्था को कार्य दिया जाये। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी और कार्यदायी संस्था अपने-अपने स्तर से अपने-अपने दायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन करें।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त सुनील कुमार श्रीवास्तव, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या संजीव कुमार सिंह तथा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर प्रणय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मुजफ्फरनगर आलोक यादव, मुख्य विकास अधिकारी शामली शंभुनाथ तिवारी तथा संबंधित विभागीय अधिकारी और कार्यदायी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।