सहारनपुर। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष चै.रूद्रसैन ने कहा कि वर्तमान गन्ना पेराई सत्र आधे से अधिक गुजर चुका है। इसके बावजूद अभी तक राज्य सरकार द्वारा गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है जो किसानों के साथ सरासर नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को अविलम्ब 400 रूपए प्रति कुंतल गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करना चाहिए।
सपा जिलाध्यक्ष चै.रूद्रसैन आज यहां अम्बाला रोड स्थित सपा जिला कार्यालय पर आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की सत्ता में आने से पूर्व अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान 14 दिन के अंदर कराने का वायदा किया था, परंतु वर्तमान गन्ना पेराई सीजन आधा बीतने के बावजूद अभी तक राज्य सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया है, जिससे पता चलता है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 375 रूपए प्रति कुंतल घोषित कराने के साथ ही ब्याज सहित बकाया गन्ना मूल्य भुगतान तत्काल कराने की मांग की। चै.रूद्रसैन ने कहा कि आज किसान कृषि कानूनों के खिलाफ भीषण ठंड में खुले आसमान के नीचे आंदोलन करने को विवश है जिसे समाजवादी पार्टी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर सपा कार्यकर्ता अपने ट्रैक्टर लेकर सभी तहसील मुख्यालयों पर पहुंचेंगे तथा केंद्र व उत्तर प्रदेश की गूंगी बहरी भाजपा सरकारों को चेताने का काम करेंगे। जिला उपाध्यक्ष सुहेल राणा, चै.अब्दुल गफूर, महिला सभा की जिलाध्यक्ष महजबी खान ने कहा कि भाजपा सरकारों की जनविरोधी नीतियों से जनता त्रस्त है, क्योंकि भाजपा की सरकारें एक साजिश के तहत अपने फासिस्टवादी एजेंडे को लागू करने का काम कर रही हैं। देश व प्रदेश की जनता भाजपा की असलियत को जान चुकी है।
इसलिए प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा सरकारों की जनविरोधी नीतियों को जनता के बीच जाकर उजागर करने का आह्वान किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष चैधरी रुद्रसैन प्रतिनिधि चैधरी प्रवीन बांदूखेड़ी,राव वजाहत, जिला उपाध्यक्ष हसीन कुरैशी, जिला सचिव कुलदीप यादव, इसरार प्रमुख, जिला उपाध्यक्ष सोनू चैधरी समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।