सहारनपुर। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के तत्वावधान में चल रहे कोरोना रोधी शिविर के तीसरे दिन तडके से ही बड़ी संख्या में जुटे योग प्रेमियों को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने कहा कि ईश्वर ने पांच ही जातियां बनाई थी और वह आज भी जस की तस है और मनुष्य कृत जातियों से एकदम भिन्न है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कर्टन रेजर के रूप में स्थानीय नेता जी सुभाष चंद्र बोस पार्क (कंपनी बाग) में आयोजित योग शिविर में पदमश्री भारत भूषण ने कहा कि ईश्वर ने पहली जाति के रूप में जलचर, दूसरी जाति के रूप में नभचर, तीसरी जाति के रूप में चैपाये, चैथी जाति के रूप में रेंग कर चलने वाली प्रजाति और पांचवी जाति के रूप में मनुष्य बनाया। मनुष्य इसलिए सर्वश्रेष्ठ है कि वह शेष 4 जातियों की तरह भी रह सकता है और उसके पास मनन करने की शक्ति है जिस वजह से वह परमात्मा की कृतियों में सर्वश्रेष्ठ कृति है।
मनुष्य को यह आजादी है कि वह अपने मन का प्रयोग भगवान बनने के लिए भी कर सकता है और हैवान बनने के लिए भी। उन्होंने कहा की योग विद्या हमें ईश्वर या व्यवस्था को समझने और उसके अनुरूप अपने आप को ढाल कर ईश्वरत्व तक पहुंचने लायक बना देती है।
इंसान द्वारा बनाई गई जातियों का भगवान से कोई लेना-देना नहीं बिना अपने अपने धर्म निष्ठ जीवन का पालन करते हुए जातियों की सीमाओं से ऊपर उठकर ईश्वर को ज्यादा अच्छे से पाया जा सकता है इस स्थिति को पाने के लिए योग मददगार होता है जो सिर्फ शारीरिक व मानसिक रोग ही नहीं हमे भव रोग तक से उभार सकता है।
उन्होंने बताया किस समय समय पर मनुष्य के सामने आने वाले रोग व शोक के ऊपर योग ने ही पार पाया है इस शताब्दी में कोरोना रोग की बारी है इस पर पार पाने में भी सबसे पहले योग ही कारगर सिद्ध हुआ है। शिविर में सिखाई जा रही कोरोना रोधी योग प्रोटोकॉल की क्रियाओं के साथ स्वच्छता, उचित दूरी, मास्क पहनने और मुंह व नाक को छूने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोने की अतियात बरतते रहेंगे तो कोई भी वायरस संक्रमण हमें नहीं छू पायेगा।
आज के योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ संसद सदस्य हाजी फजलुर्रहमान ने आई आई ए चैप्टर चेयरमैन रविंद्र मिगलानी, राष्ट्रीय अध्यक्ष रामजी सुनेजा, सुशील सडाना, राजेश सपरा, सरदार हरजीत सिंह व डीके बंसल के साथ साधना दीप जलाकर किया और योग शिविर के माध्यम से तन मन के रोगों से इंसानियत को बचाने के लिए योग गुरु के द्वारा दिए जा रहे योगदान की सराहना की। उम्मीद जताई कि इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की इस कोशिश की अहमियत को लोग समझेंगे कि मुसीबत बीमारी के रूप में हो या कुदरत के कहर के रूप में, योग और सहयोग से दोनों से पार जाया जा सकता है।
स्वामी भारत भूषण ने राजनीतिज्ञों के लिए योग की अहमियत बताते हुए कहा की राजनीति में योग आना चाहिए लेकिन योग में राजनीति नहीं। राजनीति में योग आने से देश को सक्षम, ऊर्जावान और सुलझे हुए राजनेता देश को मिलेंगे जो देश को समस्या नहीं समाधान देंगे और अच्छी दिशा दे पाएंगे। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चैप्टर चेयरमैन रविंद्र मिगलानी अपनी तरह के इस अनोखे शिविर के बारे में कहा कि हम कोरोना से लडने का अस्त्र पाने के साथ-साथ योग से सेहत के साथ सोच भी संवारने का अवसर पा रहे हैं।