Skip to main content

डॉक्टरों ने भी मानी बात, नहीं छोड़ें योग का हाथ: भारत भूषण

योग गुरु ने कहा कि कोरोना युद्ध में भी योग का यह अस्त्र ही साथ देगा 

सहारनपुर। डर किसी भी समस्या का इलाज नहीं है बल्कि डर तो समस्या को बढ़ाने  और नई समस्याएं पैदा करने का साधन है। डर से हृदय, जिगर और फेफड़े यहां तक कि रक्त वाहिनियां भी सिकुड़ जाती हैं और डर से सहमा हुआ व्यक्ति जान तक गंवा बैठता है। ये डर ही हमारे शरीर में ऑक्सीजन और जीवनी शक्ति का स्तर कम कर देता है। वायुमंडल में भरपूर ऑक्सीजन होते हुए भी हम ऑक्सीजन के लिए वेंटिलेटर पर पहुंच जाते हैं। योग ही वो साधन है जो हमे निर्भय बनाता है। इसलिए परिस्थिति कोई भी हो बस जरा सा धैर्य व विवेक से काम लें। 

योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण कहते हैं कि डर और चिंता से कभी किसी समस्या का हल नहीं मिला है। इससे छुटकारा पाने के लिए ही भारतीय ऋषियों ने इंसान को योग का अस्त्र दिया है। योग ने तो मृत्यु  तक का भी मुकाबला करने की राह सुझाई है ये कोरोना तो मात्र एक रोग है। 

योग गुरु कहते हैं कि अब तो डॉक्टरों ने भी ये बात मान ली है कि कोरोना संक्रमण से जूझने में इलाज कराते हुए भी योग व व्यायाम का हाथ न छोड़ें क्योंकि लड़ने की ताकत यानी इम्यूनिटी और ऑक्सीजन इससे ही मिलेगी। योग गुरु ने कहा कि आईसीयू में ऑक्सीजन सिलेंडर अनुपलब्ध हो सकते हैं लेकिन मां प्रकृति के पास हमारे लिए भंडारे भरपूर है, उसकी तरफ रुख करें और एहतियात बरतते हुए योग अवश्य करें।

योग गुरु का कहना है कोरोना से लड़ने और निश्चित विजय पाने के लिए कोरोना के साथ भी और कोरोना के बाद भी ये भारतयोग उपाय आपका साथ देंगे, जिन्हें करने से रोगी स्वस्थ हो जाएगा और जो स्वस्थ व्यक्ति इस अभ्यास को करेगा तो निरोग बना रहेगा। भेदभाव से परे रह कर ये योग उपाय भारत ने हर इंसान के लिए दिया है। उपाय के रूप में उन्होंने ध्यान के अभ्यास से शांत निश्चित व निर्भय रहने के लिए सीधी कमर रखते हुए  तनाव मुक्त कर बैठने और आंखें बंद करके  भूत भविष्य की चिंताओं से मुंह मोड़ कर कुछ देर सिर्फ अपने वर्तमान में टिके रहकर नासाग्र पर आते जाते सांस से जुड़े रह कर सकारात्मक भाव  तरंग और जीवनी शक्ति बढ़ाने का रास्ता सुझाया। इसी अवस्था में गहरा सांस भर कर तेरह बार इतना लंबा ओउम बोलने का सुझाव दिया कि पेट भीतर तक सिकुड़ता चला जाए और अगली बार ओम बोलने के लिए आपको और भी अधिक गहरा श्वास भरना पड़े। उनका कहना है कि अधिकतम ऑक्सीजन पूर्ति से जीवनी शक्ति और सकारात्मक भाव तरंगे विकसित करने के लिए प्रतिदिन सुबह शाम पांच पांच बार शंख अवश्य बजाएं।

उन्होंने कहा कि हर धर्म का व्यक्ति ईश्वर के प्रति शुक्रिया यानी अहोभाव में दोनो हाथ ऊंचे उठाकर सहज हो जाता है, इसलिए सीधे खड़ी हुई अवस्था में गहरा सांस भरते हुए दोनो बाजु साइड से ऊंचे आसमान की तरफ चैड़े उठाकर सर पीछे ढीला लटकाए हुए दबाव मुक्त फेफड़ों से गहरा श्वास प्रश्वास करना बड़ी राहत की सांस देगा। योग गुरु ने बताया कि ऋषियों को परंपरा में सहज होने व जीवनीशक्ति पाने के लिए किए जाने वाले दंडवत प्रणाम की पेट के बल लेटने की स्थिति यानी प्रोन पोजिशनिंग करने के लिए आज सभी मेडिकल प्रोफेशनल्स सलाह दे रहे हैं। 

भारत भूषण ने बताया कि इन सब के साथ कुंभक का अभ्यास यथासामर्थ्य सभी करें, सरल अर्थों में  कुंभक को ही प्राणायाम कहा गया है जिससे हर व्यक्ति अपना ऑक्सीजन स्तर बढ़ाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाये रख कर संक्रामक रोगों को हरा सकता है। इसमें कमर व सिर एक सीध में रखते हुए सहज बैठें और पूरा सांस बाहर छोड़कर दाहिने अंगूठे और अनामिका से नाक को क्लिप कर लें और यथा सामर्थ्य रुकने के बाद अंगुलियों की क्लिप हटाकर गहरा श्वास भर जाने दें। इसी प्रकार पूरा सांस भीतर भरकर नाक को क्लिप कर लें और यथा सामर्थ्य रुकने के बाद क्लिप हटाकर सांस को सहज  हो जाने दे। इससे फेफड़ों में इसी प्रकार पूरी तरह सांस पहुंच जाएगी जैसे तेज आंधी आने पर घर के कोने कोने में हवा पहुंच जाती है। जीवनी शक्ति ऑक्सीजन और पॉजिटिविटी बढ़ाने के लिए स्वामी भारत भूषण अट्टहास को सबसे महत्वपूर्ण उपाय मानते हैं जिसके सामने रोग व शोक बहुत नगण्य रह जाता है। 

मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योगाश्रम की स्थापना करने वाले देश के वरिष्ठतम योगगुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण का कहना है कि रोग की गंभीरता और रोगी की बढ़ती कमजोरी को ध्यान में रखकर बिना थके की जाने वाले इस योगाभ्यास के साथ मास्क पहनना, हाथों को स्वच्छ रखना व उचित दूरी बना कर रखना एक बड़ा रक्षा कवच है। इसके साथ दिन में दो बार पांच पांच मिनट गर्म पानी की भाप लेना, आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन, जल व सूत्रनेति तथा विरेचन क्रिया और कपालभाती के अभ्यास के साथ घर में विशेषकर कपूर गुग्गल लवंग अजवाइन से यज्ञ करना या कपूर लवंग अजवाइन को रूमाल में रख कर सूंघना एक बेहतर उपाय है। 

उन्होंने बताया कि स्वस्थ व्यक्ति को कोरोना रोधी योग प्रोटोकॉल का पूरा अभ्यास करना चाहिए जो उन्होंने सहारनपुर के ही वरिष्ठ चिकित्सकों, आयुर्वेदज्ञों, होम्योपैथ व आहार विशेषज्ञों के सहयोग से बनाकर कोरिया की पहली लहर के समय ही देश व दुनिया को दे दिया गया था और अच्छे रक्षा कवच के रूप में आज भी प्रभावी है।

Popular posts from this blog

पुरानी पेंशन बहाली के लिए मोमबत्ती जलाकर आवाज़ उठाएंगे कर्मचारी

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के ज़िला अर्जुन सिंह त्यागी ने विकास भवन में महासंघ के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ बैठक में ये निर्णय लिया गया कि लखनऊ प्रांतीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा के आह्वान पर   पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर महासंघ के पदाधिकारी व सदस्य मोमबत्तियां जलाकर आवाज बुलंद करेंगे। 4 व 5 अक्तूबर सायं को राज्य कर्मचारी अपने-अपने आवास,भवन पर मोमबत्ती जलाकर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग करेंगे और सरकार का ध्यान आकर्षित करेंगे।  और बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर सांसद थे तब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री डा० मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया था। अब वह स्वयं मुख्यमंत्री हैं  प्रदेश के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कराएं। मुख्यमंत्री आसीन होने के उपरांत उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ में दिनांक 19 फरवरी 2020 इको गार्डन लखनऊ में वादा निभाओ रैली के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत किया था। वर्ष 2019-20 में कोविड-19 महामारी में जन सेवा में व्यवस्था के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। प्...

भाकियू (तोमर) ने एक पंचायत कर लगाया पुलिस व बिजली विभाग पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप

जनपद मुज़फ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन तोमर के हजारों की संख्या में किसान छपार टोल फ्री करते हुए पंचायत की ओर कूच किया वहीं गुस्साए कार्यकर्ताओं ने ब्लाक परिसर के सामने घंटों रोड जाम किया वही भाकियू तोमर के जिला अध्यक्ष अखिलेश चौधरी ने कहा कृषि काले कानून वापस हो ओर  जनपद में पुलिस विभाग की कार्यशैली बहुत खराब हो चुकी है जिसके चलते किसानो में भारी रोष है और बढ़ती महंगाई जैसे बिजली की बढ़ी दरे ओर डीजल पेट्रोल की बढ़े दरे किसानों की कमर तोड़ने का काम कर रहे है इन्हें कम की जाए।  व भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर ने कहा गन्ने का भाव 450 प्रति कुंटल हो और किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ किया जाए वह किसानों के गन्ने का भुगतान मय ब्याज सहित जल्द से जल्द कराया जाए उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की जनसंख्या बढ़ती जा रही है वह किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं इसका समाधान कराया जाए और कस्बा पुरकाजी में नशा और सट्टेबाजी का खेल जोरों शोरों से चल रहा है उस पर रोक लगाई जाए जनपदों के थाने में किसान और आम जनता का प्रति व्यवहार ठीक नहीं है इसमें सुधार कराया जाए चौधरी संजीव तोमर ने कहा अ...

आंखों की रोशनी तेज करने के लिये करें ये खास व्यायाम

आंखें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। इसलिए यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इनका बखूबी ख्याल रखें। आंखों का स्वास्थ्य असंयमित और अनियमित जीवनशौली के कारण बिगड़ता है। अक्सर यह देखा गया है कि उम्र के साथ ही हमारी आंखों के आस-पास की मांसपेशियां अपना लचीलापन खोने लगती हैं और कठोर हो जाती है। आंखें तभी तक ठीक काम करती हैं जब तक उनकी कनीनिका, जलीय द्रव, ताल और ताल के पीछे रहने वाले द्रव्य स्वच्छ रहते हैं। इनमें से किसी के भी स्वच्छ न होने पर दृष्टि से संबंधित रोग हो जाते हैं। आंखों को किसी भी प्रकार के रोगों से दूर रखने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप आंखों से संबंधित योगा करें। जी हां, योगा एक ऐसी दवा है जिससे आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। इस व्यस्त जीवन में अक्सर लोग आपनी आंखों का खयाल नहीं रख पाते। नींद कम लेना, लगातार नजला-जुखाम रहना, धुआं और धूल वाले स्थान पर रहना, आंखों की अच्छी तरह सफाई न करना आदि कई कारण हैं जिनसे आंखों की दृष्टि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आंखों को स्वस्थ्य रखने के लिए कुछ ऐसे व्यायाम हैं जिनका प्रयोग कर आप अपने नेत्रों को स्वस्थ बना सकते हैं। पल्मिंग-  घंटो...