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वरिष्ठ अधिवक्ता केपी सैनी का कोरोना से निधन

अधिवक्ताओं और समाज के विभिन्न वर्गों ने बताई अपूर्णीय क्षति

सहारनपुर। सहारनपुर अधिवक्ता संघ के उन्नायक, वरिष्ठ अधिवक्ता के पी सैनी का मंगलवार की देर शाम कोरोना से निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। उन्हें कोरोना संक्रमण की स्थिति में सोमवार की शाम पिलखनी मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया था। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार की दोपहर हकीकत नगर स्थित शमशान में किया गया। मुखाग्नि उनके बेटे अमित सैनी एडवोकेट ने दी। उनकी पत्नी डाॅ. के के सैनी कांग्रेस की महिला जिलाध्यक्ष है।

वरिष्ठ अधिवक्ता के पी सैनी सैनी वेल्फेयर फोरम के महामंत्री के अलावा अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़े थे। मृदुभाषी, व्यवहार कुशल और हंसमुख स्वभाव के सैनी अपने मित्रों ही नहीं अधिवक्ताओं के बीच भी काफी लोकप्रिय थे। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि अधिवक्ता संघ के चुनाव में सभी गुट सहर्ष उन्हें ही मुख्य चुनाव अधिकारी का दायित्व सौंपते थे। इस वर्ष भी और इससे पहले भी लगातार सात आठ साल  तक वह मुख्य चुनाव अधिकारी का दायित्व बड़ी निष्ठा और ईमानदारी से निर्वहन करते रहे। नौंवे दशक में वह अनेक समाचार पत्र और पत्रिकाओं से भी जुड़े रहे।

के पी सैनी के निधन पर मेयर संजीव वालिया, भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व उ.प्र.पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष जसवंत सैनी, सहारनपुर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अभय सिंह सैनी एडवोकेट, पूर्व अध्यक्ष आदित्य अंगीरस, पूर्व सचिव रणधीर सिंह एडवोकेट व अरविंद शर्मा एडवोकेट के अलावा बसंत सिंह, सरदार सुरेन्द्र पाल सिंह, धर्मपाल सिंह, विपिन सैनी, विनीत सैनी, विक्रम सैनी, जगपाल सैनी, रफलसिंह, संयोग सैनी, राकेश सहल, राजेंद्र बंसल आदि अनेक अधिवक्ताओं तथा साहित्यकार डाॅ. वीरेन्द्र आजम, डाॅ.आर पी सारस्वत, सुशांत सिंघल, अंतर्राष्ट्रीय साइक्लिस्ट बाबूराम सैनी, इंजी. सतीश सैनी व प्रमोद सैनी, आप पार्टी के योगेश दहिया, कांगे्रेस के जिला प्रवक्ता गणेशदत्त शर्मा, महंत कौशलेन्द्र दास स्वामी आदि ने शोक व्यक्त करते हुए सैनी के निधन को समाज की अपूरणीय क्षति बताया है।


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