Skip to main content

आईपीएल से युवाओं का जीवन हो रहा है बर्बाद: अरोडा

सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसायटी ने सरकार से युवाओं को बचाने की मांग

सहारनपुर। सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसायटी के संस्थापक केएल अरोड़ा ने कहा कि आईपीएल का समाज के बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और पैसे की चकाचैंध व सट्टेबाजी के चलते युवा अपने घर परिवार को बर्बाद करने पर तुले है। इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाये जाने के संबंध में संगठन की ओर से न्यायालय में अर्जी दाखिल की जायेगी।

केएल अरोड़ा संगठन की आयोजित वर्चुअल बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आईपीएल समाज के बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। पैसे की चकाचैंध में युवा फंस रहा है। ऐसे कई परिवार है, जिनके युवाओं ने लाखों रूपये ब्याज लगाकर सट्टा लगाया और हारने पर घर दुकान आदि को बेचने का काम किया है। आज सरकार द्वारा सट्टे को दूसरे तरीके से प्रस्तुत कर आॅनलाइन ऐप्स के माध्यम से बैटिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। आज टीवी, सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हर दूसरा ऐड इस प्रकार की वेबसाइड का होता है, जो युवाओं को भ्रमित कर करोड़ पति बनने के सपने दिखा रहा है। उन्होंने इस पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए देश को गर्त में धकेलने का काम कर रहे है। इस संबंध में संस्था सरकार को पत्र लिखेगी। यदि आवश्यकता हुयी तो न्यायालय के माध्यम से एक याचिका भी दायर की जायेगी। संस्था महासचिव सुरेन्द्र कुमार लूथरा, पूर्व महासचिव विजय कुमार ने भी सट्टे के कारोबार को अत्याधिक गंभीर बताते हुए कहा कि युवाओं को इस गर्त में जाने से रोकना होगा। क्योंकि बच्चों का भविष्य पूरी तरह अंधकारमय होता जा रहा है। 

बच्चों की पढ़ाई पर इसका व्यापक असर पड़ रहा है। संरक्षक केएल बब्बर, परमजीत राय ने कहा कि बच्चे पैसो की चकाचैंध को देखकर इससे प्रभावित हो रहे है और वह ऐसे दलदल में फंस जाते है, जहां उन्हें जान तक गंवानी पड़ जाती है। संरक्षक जीएल जसूजा ने कहा कि आधुनिकता बढाने के साथ ही युवाओं को भटकने के माध्यम में बढ़ोत्तरी हो रही है, ऐसे में संस्थाओं का दायित्व बनता है कि वह युवाओं का सही से मार्गदर्शन करें। इस दौरान जीएस बवेजा, प्रेमनाथ छोकरा, अनिल जसूजा, डाॅ.केके खन्ना, सुभाष चंद, रामेश्वर प्रसाद, ब्रजमोहन, रामपाल सिंह, हरजीत सिंह, सीपी छाबड़ा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।


Popular posts from this blog

पुरानी पेंशन बहाली के लिए मोमबत्ती जलाकर आवाज़ उठाएंगे कर्मचारी

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के ज़िला अर्जुन सिंह त्यागी ने विकास भवन में महासंघ के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ बैठक में ये निर्णय लिया गया कि लखनऊ प्रांतीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा के आह्वान पर   पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर महासंघ के पदाधिकारी व सदस्य मोमबत्तियां जलाकर आवाज बुलंद करेंगे। 4 व 5 अक्तूबर सायं को राज्य कर्मचारी अपने-अपने आवास,भवन पर मोमबत्ती जलाकर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग करेंगे और सरकार का ध्यान आकर्षित करेंगे।  और बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर सांसद थे तब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री डा० मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया था। अब वह स्वयं मुख्यमंत्री हैं  प्रदेश के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कराएं। मुख्यमंत्री आसीन होने के उपरांत उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ में दिनांक 19 फरवरी 2020 इको गार्डन लखनऊ में वादा निभाओ रैली के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत किया था। वर्ष 2019-20 में कोविड-19 महामारी में जन सेवा में व्यवस्था के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। प्...

भाकियू (तोमर) ने एक पंचायत कर लगाया पुलिस व बिजली विभाग पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप

जनपद मुज़फ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन तोमर के हजारों की संख्या में किसान छपार टोल फ्री करते हुए पंचायत की ओर कूच किया वहीं गुस्साए कार्यकर्ताओं ने ब्लाक परिसर के सामने घंटों रोड जाम किया वही भाकियू तोमर के जिला अध्यक्ष अखिलेश चौधरी ने कहा कृषि काले कानून वापस हो ओर  जनपद में पुलिस विभाग की कार्यशैली बहुत खराब हो चुकी है जिसके चलते किसानो में भारी रोष है और बढ़ती महंगाई जैसे बिजली की बढ़ी दरे ओर डीजल पेट्रोल की बढ़े दरे किसानों की कमर तोड़ने का काम कर रहे है इन्हें कम की जाए।  व भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर ने कहा गन्ने का भाव 450 प्रति कुंटल हो और किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ किया जाए वह किसानों के गन्ने का भुगतान मय ब्याज सहित जल्द से जल्द कराया जाए उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की जनसंख्या बढ़ती जा रही है वह किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं इसका समाधान कराया जाए और कस्बा पुरकाजी में नशा और सट्टेबाजी का खेल जोरों शोरों से चल रहा है उस पर रोक लगाई जाए जनपदों के थाने में किसान और आम जनता का प्रति व्यवहार ठीक नहीं है इसमें सुधार कराया जाए चौधरी संजीव तोमर ने कहा अ...

आंखों की रोशनी तेज करने के लिये करें ये खास व्यायाम

आंखें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। इसलिए यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इनका बखूबी ख्याल रखें। आंखों का स्वास्थ्य असंयमित और अनियमित जीवनशौली के कारण बिगड़ता है। अक्सर यह देखा गया है कि उम्र के साथ ही हमारी आंखों के आस-पास की मांसपेशियां अपना लचीलापन खोने लगती हैं और कठोर हो जाती है। आंखें तभी तक ठीक काम करती हैं जब तक उनकी कनीनिका, जलीय द्रव, ताल और ताल के पीछे रहने वाले द्रव्य स्वच्छ रहते हैं। इनमें से किसी के भी स्वच्छ न होने पर दृष्टि से संबंधित रोग हो जाते हैं। आंखों को किसी भी प्रकार के रोगों से दूर रखने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप आंखों से संबंधित योगा करें। जी हां, योगा एक ऐसी दवा है जिससे आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। इस व्यस्त जीवन में अक्सर लोग आपनी आंखों का खयाल नहीं रख पाते। नींद कम लेना, लगातार नजला-जुखाम रहना, धुआं और धूल वाले स्थान पर रहना, आंखों की अच्छी तरह सफाई न करना आदि कई कारण हैं जिनसे आंखों की दृष्टि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आंखों को स्वस्थ्य रखने के लिए कुछ ऐसे व्यायाम हैं जिनका प्रयोग कर आप अपने नेत्रों को स्वस्थ बना सकते हैं। पल्मिंग-  घंटो...