सहारनपुर। डिजिटल सेवा द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत आज जिले भर में भारत सरकार की मुख्य परियोजनाओं में शामिल प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत हर घर में एक व्यक्ति को डिजिटल साक्षर करने के उद्देश्य से बच्चों के रजिस्ट्रेशन किए गए। प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान परियोजना के अंतर्गत जनपद के सभी ग्राम पंचायतों में 14 से लेकर 60 साल के बीच के लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया गया।
योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों को डिजिटल साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। इसी के चलते 14 से 60 साल के बीच के लाभार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा के तहत 10 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। इतना ही नहीं ट्रेनिंग के बाद मुख्य परीक्षा का आयोजन कराकर सर्टिफिकेट भी वितरित किया जाएगा। योजना की जानकारी देते हुए डिजिटल सेवा के जिला समन्वयक अभिनंदन ओझा ने बताया कि भारत सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को अधिक से अधिक डिजिटल साक्षर करना है
ताकि ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोग अधिक से अधिक डिजिटली लेनदेन, कंप्यूटर और डिजिटल डिवाइसों के प्रति जागरूक रहें और योजनाओं का लाभ उठा सकें। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में आज के मिशन पर जिले भर के कॉमन सर्विस सेंटर संचालक अपने केंद्रों पर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। नागल ब्लाक के गांव भाटखेड़ी में अभियान के तहत प्रशिक्षण ले चुके विद्यार्थियों को ग्राम प्रधान द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किये गए।
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस ने शिक्षा पर सर्वे किया था जिसके मुताबिक भारत में केवल 6 प्रतिषत ग्रामीण परिवारों के पास घर में एक कंप्यूटर है। डिजिटल अशिक्षा को दूर करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने 2017 में प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की शुरुआत की थी। योजना में अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों में से कम से कम एक सदस्य को डिजिटल साक्षर बनाने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।