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हरियाली के साथ सुगंध सोने पे सुहागा: स्वामी भारत भूषण

 


रिमाउंट डिपो में वृक्षारोपण

सहारनपुर। हम वृक्षारोपण करने में श्रम तो करते हैं लेकिन थोड़ा सा विचार पूर्वक किया गया। वृक्षारोपण हरियाली के साथ सुंदरता, स्वास्थ्य, आरोग्य और सुगंध से पर्यावरण संतुलन की अनोखी मिसाल बन सकता है। यह विचार यहां रिमाउंट डिपो के सैन्य क्षेत्र में कमांडेंट कर्नल मंगल सिंह, डिप्टी कमांडेंट कर्नल एमएस संधु व अन्य सैन्य अधिकारियों और सिविलियन कर्मचारियों की मौजूदगी में सुगंधित परिजात वृक्षारोपण करते समय योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने व्यक्त किए। शिव मंदिर गुरुद्वारा व नौगजा परिसर का यज्ञ और वृक्षारोपण से सुंदरीकरण करते हुए उन्होंने कहा कि रिमाउंट डिपो सहारनपुर की जान है, क्योंकि इस नगर के लिए यह फेफड़े का कार्य करता है, जहां औषधीय वृक्षों की भी बहुतायत रही है। 

उन्होंने आह्वान किया कि वृक्षारोपण किसी भी अधिकारी के कार्यकाल में होता हो, लेकिन उसकी देखभाल हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है क्योंकि स्वास्थ्य और सीमाओं की सुरक्षा से ही देश मजबूत और खुशहाल रह सकता है, जिसमे खरा उतरते हुए भारतीय सेना के ग्रीन स्टेशन कंपटीशन में दमदार दस्तक देकर इस सैन्य केंद्र के सुंदर रखरखाव के लिए इसने प्रतिष्ठित सूर्य ट्रॉफी भी जीती है। स्वामी भारत भूषण ने कहा कि योगीराज भगवान शिव सभी का कल्याण करने वाले हैं और  वन संपदा उनकी जटाएं हैं, जिन्हे उनके सिर पर स्थित गंगा सिंचित करती है, इससे बरसते हुए सावन के महीने में शिव मंदिर परिसर से परिजात आदि सुगंधित और औषधीय पौधों का वृक्षारोपण सर्वहितकारी कार्य है। कमांडेंट मंगल सिंह ने योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण को स्मृति चिन्ह के रूप में भव्य चित्र ‘सीमा और संस्कृति के प्रहरी’ भेंट किया और कहा कि हमारी हर जीत और हर सफलता का आधार टीम स्पिरिट व सबका सहयोग ही होता है उसी के बल पर किए गए नए प्रयोगों ने इस आर वी सी सेंटर को सीमित साधनों से नए संसाधन विकसित करने के साथ साथ विकास का नया कलेवर भी प्रदान किया है।

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